Today Hukamnama Sri Darbar Sahib Amritsar Sahib, Harmandir Sahib Goldentemple, Morning Mukhwak, Date:- 12-11-20, Ang. 727
Hukamnama in Hindi With Meanings
तिलंग बाणी भगता की कबीर जी ੴ सतिगुर प्रसादि ॥ बेद कतेब इफतरा भाई दिल का फिकरु न जाइ ॥ टुकु दमु करारी जउ करहु हाजिर हजूरि खुदाइ ॥१॥ बंदे खोजु दिल हर रोज ना फिरु परेसानी माहि ॥ इह जु दुनीआ सिहरु मेला दसतगीरी नाहि ॥१॥ रहाउ ॥ दरोगु पड़ि पड़ि खुसी होइ बेखबर बादु बकाहि ॥ हकु सचु खालकु खलक मिआने सिआम मूरति नाहि ॥२॥ असमान म्यिाने लहंग दरीआ गुसल करदन बूद ॥ करि फकरु दाइम लाइ चसमे जह तहा मउजूदु ॥३॥ अलाह पाकं पाक है सक करउ जे दूसर होइ ॥ कबीर करमु करीम का उहु करै जानै सोइ ॥४॥१॥ {पन्ना 727}पद्अर्थ: कतेब = पष्चिमी मतों की धार्मिक पुस्तक (तौरेत, ज़ंबूर, अंजील, कुरान)। इफतरा = (अरबी) मुबालग़ा, बनावट, अस्लियत से बढ़ा चढ़ा के बताई हुई बातें। फिकरु = सहम, अशांति। टुकु = थोड़ी सी। टुकु दमु = पलक भर। करारी = टिकाउ एकाग्रता। जउ = अगर। हाजिर हजूरि = हर जगह मौजूद। खुदाइ = रॅब, परमात्मा।1।बंदे = हे मनुष्य! परेसानी = घबराहट। सिहरु = जादू, वह जिसकी अस्लियत कुछ और हो पर देखने को कुछ अजीब मन मोहना दिखता हो। मेला = खेल, तमाशा। दसतगीरी = (दसत = हाथ। गीरी = पकड़ना) हाथ पल्ले पड़ने वाली चीज, सदा संभाल के रखने वाली चीज। रहाउ।दरोगु = झूठ। दरोगु पढ़ि पढ़ि = ये पढ़ के कि वेद झूठे हैं अथवा ये पढ़ के कि कतेब झूठे हैं। होइ = हो के। बेखबर = अन्जान मनुष्य। बादु = झगड़ा, बहस। बकाहि = बोलते हैं। बादु बकाहि = बहस करते हैं। हकु सचु = सदा कायम रहने वाला रॅब। मिआने = में। सिआम मूरति = श्याम मूर्ति, कृष्ण जी की मूर्ति। नाहि = (रॅब) नहीं है।2।असमान = आकाश, दसम द्वार, अंतहकर्ण, मन। मिआने = मिआने, अंदर। लहंग = लांघता है, गुजरता है, बहता है। दरीआ = (सर्व व्यापक प्रभू = रूप) नदी। गुसल = स्नान। करदन बूद = (करदनी बूद) करना चाहिए था। फकरु = फकीरी, बंदगी वाला जीवन। चसमे = ऐनकें। जह तहा = हर जगह।3।अलाह = अल्लाह। पाकं पाक = पवित्र से भी पवित्र, सबसे पवित्र। सक = शक, भ्रम। करउ = मैं करूँ। दूसर = (उस जैसा कोई और) दूसरा। करम = बख्शश। करीम = बख्शिश करने वाला। उहु = वह प्रभू। सोइ = वह मनुष्य (जिस पर प्रभू बख्शिश करता है)।4।अर्थ: हे भाई! (वाद-विवाद की खातिर) वेदों-कतेबों के हवाले दे-दे कर ज्यादा बातें करने से (मनुष्य के अपने) दिल का सहम दूर नहीं होता। (हे भाई!) अगर तुम अपने मन को पलक भर के लिए ही टिकाओ, तो तुम्हें सब में ही बसता ईश्वर दिखेगा (किसी के विरुद्ध तर्क करने की आवश्यक्ता नहीं पड़ेगी)।1।हे भाई! (अपने ही) दिल को हर वक्त खोज, (बहस मुबाहसे की) घबराहट में ना भटक। ये जगत एक जादू सा है, एक तमाशे जैसा है, (इसमें से इस व्यर्थ के वाद-विवाद से) हाथ-पल्ले पड़ने वाली कोई चीज़ नहीं।1। रहाउ।बेसमझ लोग ( दूसरे मतों की धर्म-पुस्तकों के बारे में ये) पढ़-पढ़ के (कि इनमें जो लिखा है) झूठ (है), खुश हो-हो के बहस करते हैं। (पर, वे ये नहीं जानते कि) सदा कायम रहने वाला ईश्वर ख़लकत में (भी) बसता है, (ना वह अलग सातवें आसमान पर बैठा है और) ना ही वह परमात्मा कृष्ण की मूर्ति है।2।(सातवें आसमान में बैठा समझने की जगह, हे भाई!) वह प्रभू-रूप दरिया व अंतहकर्ण में लहरें मार रहा है, तूने उसमें स्नान करना था। सो, हमेशा उसकी बँदगी कर, (ये भक्ति की) ऐनक लगा (के देख), वह हर जगह मौजूद है।3।ईश्वर सब से पवित्र (हस्ती) है (उससे पवित्र और कोई नहीं है), इस बात पर मैं तब ही शक करूँ, अगर उस ईश्वर जैसा दूसरा और कोई हो। हे कबीर! (इस भेद को) वह मनुष्य ही समझ सकता है जिसको वह समझने के काबिल बनाए। और, ये बख्शिश उस बख्शिश करने वाले के अपने हाथ में है।4।1।
तिलंग बाणी भगता की कबीर जी ੴ सतिगुर प्रसादि ॥ बेद कतेब इफतरा भाई दिल का फिकरु न जाइ ॥ टुकु दमु करारी जउ करहु हाजिर हजूरि खुदाइ ॥१॥ बंदे खोजु दिल हर रोज ना फिरु परेसानी माहि ॥ इह जु दुनीआ सिहरु मेला दसतगीरी नाहि ॥१॥ रहाउ ॥ दरोगु पड़ि पड़ि खुसी होइ बेखबर बादु बकाहि ॥ हकु सचु खालकु खलक मिआने सिआम मूरति नाहि ॥२॥ असमान म्यिाने लहंग दरीआ गुसल करदन बूद ॥ करि फकरु दाइम लाइ चसमे जह तहा मउजूदु ॥३॥ अलाह पाकं पाक है सक करउ जे दूसर होइ ॥ कबीर करमु करीम का उहु करै जानै सोइ ॥४॥१॥ {पन्ना 727}
पद्अर्थ: कतेब = पष्चिमी मतों की धार्मिक पुस्तक (तौरेत, ज़ंबूर, अंजील, कुरान)। इफतरा = (अरबी) मुबालग़ा, बनावट, अस्लियत से बढ़ा चढ़ा के बताई हुई बातें। फिकरु = सहम, अशांति। टुकु = थोड़ी सी। टुकु दमु = पलक भर। करारी = टिकाउ एकाग्रता। जउ = अगर। हाजिर हजूरि = हर जगह मौजूद। खुदाइ = रॅब, परमात्मा।1।
बंदे = हे मनुष्य! परेसानी = घबराहट। सिहरु = जादू, वह जिसकी अस्लियत कुछ और हो पर देखने को कुछ अजीब मन मोहना दिखता हो। मेला = खेल, तमाशा। दसतगीरी = (दसत = हाथ। गीरी = पकड़ना) हाथ पल्ले पड़ने वाली चीज, सदा संभाल के रखने वाली चीज। रहाउ।
दरोगु = झूठ। दरोगु पढ़ि पढ़ि = ये पढ़ के कि वेद झूठे हैं अथवा ये पढ़ के कि कतेब झूठे हैं। होइ = हो के। बेखबर = अन्जान मनुष्य। बादु = झगड़ा, बहस। बकाहि = बोलते हैं। बादु बकाहि = बहस करते हैं। हकु सचु = सदा कायम रहने वाला रॅब। मिआने = में। सिआम मूरति = श्याम मूर्ति, कृष्ण जी की मूर्ति। नाहि = (रॅब) नहीं है।2।
असमान = आकाश, दसम द्वार, अंतहकर्ण, मन। मिआने = मिआने, अंदर। लहंग = लांघता है, गुजरता है, बहता है। दरीआ = (सर्व व्यापक प्रभू = रूप) नदी। गुसल = स्नान। करदन बूद = (करदनी बूद) करना चाहिए था। फकरु = फकीरी, बंदगी वाला जीवन। चसमे = ऐनकें। जह तहा = हर जगह।3।
अलाह = अल्लाह। पाकं पाक = पवित्र से भी पवित्र, सबसे पवित्र। सक = शक, भ्रम। करउ = मैं करूँ। दूसर = (उस जैसा कोई और) दूसरा। करम = बख्शश। करीम = बख्शिश करने वाला। उहु = वह प्रभू। सोइ = वह मनुष्य (जिस पर प्रभू बख्शिश करता है)।4।
अर्थ: हे भाई! (वाद-विवाद की खातिर) वेदों-कतेबों के हवाले दे-दे कर ज्यादा बातें करने से (मनुष्य के अपने) दिल का सहम दूर नहीं होता। (हे भाई!) अगर तुम अपने मन को पलक भर के लिए ही टिकाओ, तो तुम्हें सब में ही बसता ईश्वर दिखेगा (किसी के विरुद्ध तर्क करने की आवश्यक्ता नहीं पड़ेगी)।1।
हे भाई! (अपने ही) दिल को हर वक्त खोज, (बहस मुबाहसे की) घबराहट में ना भटक। ये जगत एक जादू सा है, एक तमाशे जैसा है, (इसमें से इस व्यर्थ के वाद-विवाद से) हाथ-पल्ले पड़ने वाली कोई चीज़ नहीं।1। रहाउ।
बेसमझ लोग ( दूसरे मतों की धर्म-पुस्तकों के बारे में ये) पढ़-पढ़ के (कि इनमें जो लिखा है) झूठ (है), खुश हो-हो के बहस करते हैं। (पर, वे ये नहीं जानते कि) सदा कायम रहने वाला ईश्वर ख़लकत में (भी) बसता है, (ना वह अलग सातवें आसमान पर बैठा है और) ना ही वह परमात्मा कृष्ण की मूर्ति है।2।
(सातवें आसमान में बैठा समझने की जगह, हे भाई!) वह प्रभू-रूप दरिया व अंतहकर्ण में लहरें मार रहा है, तूने उसमें स्नान करना था। सो, हमेशा उसकी बँदगी कर, (ये भक्ति की) ऐनक लगा (के देख), वह हर जगह मौजूद है।3।
ईश्वर सब से पवित्र (हस्ती) है (उससे पवित्र और कोई नहीं है), इस बात पर मैं तब ही शक करूँ, अगर उस ईश्वर जैसा दूसरा और कोई हो। हे कबीर! (इस भेद को) वह मनुष्य ही समझ सकता है जिसको वह समझने के काबिल बनाए। और, ये बख्शिश उस बख्शिश करने वाले के अपने हाथ में है।4।1।
Hukamnama in English With Meanings
Thilang Baanee Bhagathaa Kee Kabeer Jee
Ik Oankaar Sathigur Prasaadh ||
Baedh Kathaeb Eifatharaa Bhaaee Dhil Kaa Fikar N Jaae ||
Ttuk Dham Karaaree Jo Karahu Haajir Hajoor Khudhaae ||1||
Bandhae Khoj Dhil Har Roj Naa Fir Paraesaanee Maahi ||
Eih J Dhuneeaa Sihar Maelaa Dhasathageeree Naahi ||1|| Rehaao ||
Dharog Parr Parr Khusee Hoe Baekhabar Baadh Bakaahi ||
Hak Sach Khaalak Khalak Miaanae Siaam Moorath Naahi ||2||
Asamaan Miyaanae Lehang Dhareeaa Gusal Karadhan Boodh ||
Kar Fakar Dhaaeim Laae Chasamae Jeh Thehaa Moujoodh ||3||
Alaah Paakan Paak Hai Sak Karo Jae Dhoosar Hoe ||
Kabeer Karam Kareem Kaa Ouhu Karai Jaanai Soe ||4||1||
Meaning: Hey brother! (For the sake of debate) Giving more to the Vedas and quoting people, talking more to (man's) own heart does not remove the suffering. (O brother!) If you hold your mind only for a moment, then you will see God residing in you only (there will be no need to argue against anyone). 1.
Hey brother! (Find your own) heart all the time, do not wander into (nervous debate) panic. This world is like a magic, like a spectacle, (out of this pointless debate) there is nothing to be manipulated. 1. Rahu.
The foolish people (about the religious books of other faiths) argue (read) that what is written in them is false (is), happy-ho. (But, they do not know that) The everlasting God dwells (also) in peace, (neither is he seated on a separate seventh heaven), nor is he an idol of the divine Krishna.2.
(Sitting in the seventh sky, instead of understanding, O brother!) He is hitting the waves in the lord-form river and in the inner circle, you had to bathe in it. So, always bowing down to him, (this is the devotion's) eye (see), he is present everywhere. 3.
God is the Most Holy (Hasti) (there is no one more holy than that), I should only doubt that if there is someone else like that God. Hey Kabir! (This distinction) can only be understood by a person who is capable of understanding it. And, this tip is in the hands of the one who spared it.
https://www.hukamnamaupdate.online
Thilang Baanee Bhagathaa Kee Kabeer Jee
Ik Oankaar Sathigur Prasaadh ||
Baedh Kathaeb Eifatharaa Bhaaee Dhil Kaa Fikar N Jaae ||
Ttuk Dham Karaaree Jo Karahu Haajir Hajoor Khudhaae ||1||
Bandhae Khoj Dhil Har Roj Naa Fir Paraesaanee Maahi ||
Eih J Dhuneeaa Sihar Maelaa Dhasathageeree Naahi ||1|| Rehaao ||
Dharog Parr Parr Khusee Hoe Baekhabar Baadh Bakaahi ||
Hak Sach Khaalak Khalak Miaanae Siaam Moorath Naahi ||2||
Asamaan Miyaanae Lehang Dhareeaa Gusal Karadhan Boodh ||
Kar Fakar Dhaaeim Laae Chasamae Jeh Thehaa Moujoodh ||3||
Alaah Paakan Paak Hai Sak Karo Jae Dhoosar Hoe ||
Kabeer Karam Kareem Kaa Ouhu Karai Jaanai Soe ||4||1||
Meaning: Hey brother! (For the sake of debate) Giving more to the Vedas and quoting people, talking more to (man's) own heart does not remove the suffering. (O brother!) If you hold your mind only for a moment, then you will see God residing in you only (there will be no need to argue against anyone). 1.
Hey brother! (Find your own) heart all the time, do not wander into (nervous debate) panic. This world is like a magic, like a spectacle, (out of this pointless debate) there is nothing to be manipulated. 1. Rahu.
The foolish people (about the religious books of other faiths) argue (read) that what is written in them is false (is), happy-ho. (But, they do not know that) The everlasting God dwells (also) in peace, (neither is he seated on a separate seventh heaven), nor is he an idol of the divine Krishna.2.
(Sitting in the seventh sky, instead of understanding, O brother!) He is hitting the waves in the lord-form river and in the inner circle, you had to bathe in it. So, always bowing down to him, (this is the devotion's) eye (see), he is present everywhere. 3.
God is the Most Holy (Hasti) (there is no one more holy than that), I should only doubt that if there is someone else like that God. Hey Kabir! (This distinction) can only be understood by a person who is capable of understanding it. And, this tip is in the hands of the one who spared it.
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