Ajj Da Hukamnama Sahib Sri Darbar Sahib Amritsar Sahib, Harmandir Sahib Goldentemple, Morning Mukhwak, Date:- 10-06-20, Ang. 522
Hukamnama in Hindi With Meanings
सलोक मः ५ ॥ कोटि बिघन तिसु लागते जिस नो विसरै नाउ ॥ नानक अनदिनु बिलपते जिउ सुंञै घरि काउ ॥१॥ {पन्ना 522}
पद्अर्थ: कोटि = करोड़ों। अनदिनु = हर रोज। घरि = घर में।
अर्थ: जिस मनुष्य को परमात्मा का नाम विसर जाता है उसको करोड़ो विघन आ घेरते हैं; हे नानक! (ऐसे लोग) हर रोज यूँ बिलकते हैं जैसे सूने घरों में कौए शोर डालते हैं (पर वहाँ उन्हें मिलता कुछ नहीं)।
मः ५ ॥ पिरी मिलावा जा थीऐ साई सुहावी रुति ॥ घड़ी मुहतु नह वीसरै नानक रवीऐ नित ॥२॥ {पन्ना 522}
पद्अर्थ: पिरी मिलावा = प्यारे पति का मेल। जा = जब। सुहावी = सोहणी। मुहतु = महूरत, दो घड़ी। रवीअै = सिमरें।
अर्थ: वही ऋतु सुंदर है जब प्यारे प्रभू-पति का मेल होता है। सो, हे नानक! उसे हर वक्त याद करें, कभी घड़ी दो घड़ी भी उस प्रभू को ना भूलें।2।
पउड़ी ॥ सूरबीर वरीआम किनै न होड़ीऐ ॥ फउज सताणी हाठ पंचा जोड़ीऐ ॥ दस नारी अउधूत देनि चमोड़ीऐ ॥ जिणि जिणि लैन्हि रलाइ एहो एना लोड़ीऐ ॥ त्रै गुण इन कै वसि किनै न मोड़ीऐ ॥ भरमु कोटु माइआ खाई कहु कितु बिधि तोड़ीऐ ॥ गुरु पूरा आराधि बिखम दलु फोड़ीऐ ॥ हउ तिसु अगै दिनु राति रहा कर जोड़ीऐ ॥१५॥ {पन्ना 522}
पद्अर्थ: वरीआम = शूरवीर। होड़ीअै = रोकें। सताणी = ताण वाली, ताकतवर। हठ = हठीली। पंचा = पाँच कामादिकों ने। नारी = इन्द्रियां। अउधूत = त्यागी। जिणि = जीत के। त्रै गुण = तीन गुणों के सारे जीव। भरमु = भटकना। कोटु = किला (इस पउड़ी के पहले शलोक में के शब्द ‘कोटि’ और इस शब्द ‘कोटु’ में फर्क याद रखने योग्य है)। खाई = खाली। कितु बिधि = किस विधी से। दलु = फौज। कर = हाथ।
अर्थ: (कामादिक विकार) बड़े शूरवीर और बहादर (सिपाही) हैं, किसी ने इन्हें रोका नहीं, इन पाँचों ने बड़ी बलशाली और हठीली फौज एकत्र की हुई है, (दुनियादार तो कहाँ रहे) त्यागियों को (भी) ये दस इन्द्रियां चिपका देते हैं, सबको जीत जीत के अपने मुताबिक ढाले जाते हैं। बस! यही बात ये चाहते हैं, सारे ही त्रैगुणी जीव इनके दबाव तले हैं। कोई इन्हें मोड़ नहीं सका, (माया की खातिर जीवों की) भटकना (ये, मानो, इन पाँचों का) किला है और माया (का मोह, उस किले के इर्द-गिर्द गहरी) खाई (खुदी हुई) है, (ये किला) कैसे तोड़ा जाए?
पूरे सतिगुरू को याद करने से ये ताकतवर फौज सर की जा सकती है, (यदि प्रभू की मेहर हो तो) मैं दिन-रात हाथ जोड़ के उस गुरू के सामने खड़ा रहूँ।15।
Hukamnama in English With Meanings
Salok Ma 5 ||
Kott Bighan This Laagathae Jis No Visarai Naao ||
Naanak Anadhin Bilapathae Jio Sunnjai Ghar Kaao ||1||
Ma 5 ||
Piree Milaavaa Jaa Thheeai Saaee Suhaavee Ruth ||
Gharree Muhath Neh Veesarai Naanak Raveeai Nith ||2||
Meaning: The person who is disseminated by the name of God is surrounded by crores of obstacles; Hey Nanak! (Such people) shout every day like crowds make noise in homes (but they don't get anything there).
Kott Bighan This Laagathae Jis No Visarai Naao ||
Naanak Anadhin Bilapathae Jio Sunnjai Ghar Kaao ||1||
Ma 5 ||
Piree Milaavaa Jaa Thheeai Saaee Suhaavee Ruth ||
Gharree Muhath Neh Veesarai Naanak Raveeai Nith ||2||
Meaning: The person who is disseminated by the name of God is surrounded by crores of obstacles; Hey Nanak! (Such people) shout every day like crowds make noise in homes (but they don't get anything there).
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