Hukamnama sahib Sri Darbar sahib Amritsar, Harmandir sahib Goldentemple, 17 february 2020, Morning Mukhwaak, ang No. 539
Arth in English
I am a sacrifice, O my soul, to those who take the Support of the Name of the Lord, Har, Har.
The Guru, the True Guru, implanted the Name within me, O my soul, and He has carried me across the terrifying world-ocean of poison.
Those who have meditated one-pointedly on the Lord, O my soul - I proclaim the Victory of those saintly beings.
The Guru, the True Guru, implanted the Name within me, O my soul, and He has carried me across the terrifying world-ocean of poison.
Those who have meditated one-pointedly on the Lord, O my soul - I proclaim the Victory of those saintly beings.
Arth in Hindi
हे भगवान, हर, हर के नाम का सहारा लेने वालों के लिए, मैं एक आत्मा हूँ।
गुरु, सच्चे गुरु, ने मेरे भीतर के नाम को आरोपित कर दिया, हे मेरी आत्मा, और उसने मुझे विष के भयानक संसार में पहुँचा दिया।
जिन लोगों ने एक-स्वर से भगवान का ध्यान किया है, हे मेरी आत्मा - मैं उन संतों की विजय का बखान करता हूं।
गुरु, सच्चे गुरु, ने मेरे भीतर के नाम को आरोपित कर दिया, हे मेरी आत्मा, और उसने मुझे विष के भयानक संसार में पहुँचा दिया।
जिन लोगों ने एक-स्वर से भगवान का ध्यान किया है, हे मेरी आत्मा - मैं उन संतों की विजय का बखान करता हूं।
Hukamnama sahib in English
Bihaagarraa Mehalaa 4 ||
Ho Balihaaree Thinh Ko Maeree Jindhurreeeae Jinh Har Har Naam Adhhaaro Raam ||
Gur Sathigur Naam Dhrirraaeiaa Maeree Jindhurreeeae Bikh Bhoujal Thaaranehaaro Raam ||
Jin Eik Man Har Dhhiaaeiaa Maeree Jindhurreeeae Thin Santh Janaa Jaikaaro Raam ||
Naanak Har Jap Sukh Paaeiaa Maeree Jindhurreeeae Sabh Dhookh Nivaaranehaaro Raam ||1||
Saa Rasanaa Dhhan Dhhann Hai Maeree Jindhurreeeae Gun Gaavai Har Prabh Kaerae Raam ||
Thae Sravan Bhalae Sobhaneek Hehi Maeree Jindhurreeeae Har Keerathan Sunehi Har Thaerae Raam ||
So Sees Bhalaa Pavithr Paavan Hai Maeree Jindhurreeeae Jo Jaae Lagai Gur Pairae Raam ||
Gur Vittahu Naanak Vaariaa Maeree Jindhurreeeae Jin Har Har Naam Chithaerae Raam ||2||
Thae Naethr Bhalae Paravaan Hehi Maeree Jindhurreeeae Jo Saadhhoo Sathigur Dhaekhehi Raam ||
Thae Hasath Puneeth Pavithr Hehi Maeree Jindhurreeeae Jo Har Jas Har Har Laekhehi Raam ||
This Jan Kae Pag Nith Poojeeahi Maeree Jindhurreeeae Jo Maarag Dhharam Chalaesehi Raam ||
Naanak Thin Vittahu Vaariaa Maeree Jindhurreeeae Har Sun Har Naam Manaesehi Raam ||3||
Dhharath Paathaal Aakaas Hai Maeree Jindhurreeeae Sabh Har Har Naam Dhhiaavai Raam ||
Poun Paanee Baisantharo Maeree Jindhurreeeae Nith Har Har Har Jas Gaavai Raam ||
Van Thrin Sabh Aakaar Hai Maeree Jindhurreeeae Mukh Har Har Naam Dhhiaavai Raam ||
Naanak Thae Har Dhar Painhaaeiaa Maeree Jindhurreeeae Jo Guramukh Bhagath Man Laavai Raam ||4||4||
Hukamnama sahib in Hindi
बिहागड़ा महला ४ ॥
हउ बलिहारी तिन्ह कउ मेरी जिंदुड़ीए जिन्ह हरि हरि नामु अधारो राम ॥
गुरि सतिगुरि नामु द्रिड़ाइआ मेरी जिंदुड़ीए बिखु भउजलु तारणहारो राम ॥
जिन इक मनि हरि धिआइआ मेरी जिंदुड़ीए तिन संत जना जैकारो राम ॥
नानक हरि जपि सुखु पाइआ मेरी जिंदुड़ीए सभि दूख निवारणहारो राम ॥१॥
सा रसना धनु धंनु है मेरी जिंदुड़ीए गुण गावै हरि प्रभ केरे राम ॥
ते स्रवन भले सोभनीक हहि मेरी जिंदुड़ीए हरि कीरतनु सुणहि हरि तेरे राम ॥
सो सीसु भला पवित्र पावनु है मेरी जिंदुड़ीए जो जाइ लगै गुर पैरे राम ॥
गुर विटहु नानकु वारिआ मेरी जिंदुड़ीए जिनि हरि हरि नामु चितेरे राम ॥२॥
ते नेत्र भले परवाणु हहि मेरी जिंदुड़ीए जो साधू सतिगुरु देखहि राम ॥
ते हसत पुनीत पवित्र हहि मेरी जिंदुड़ीए जो हरि जसु हरि हरि लेखहि राम ॥
तिसु जन के पग नित पूजीअहि मेरी जिंदुड़ीए जो मारगि धरम चलेसहि राम ॥
नानकु तिन विटहु वारिआ मेरी जिंदुड़ीए हरि सुणि हरि नामु मनेसहि राम ॥३॥
धरति पातालु आकासु है मेरी जिंदुड़ीए सभ हरि हरि नामु धिआवै राम ॥
पउणु पाणी बैसंतरो मेरी जिंदुड़ीए नित हरि हरि हरि जसु गावै राम ॥
वणु त्रिणु सभु आकारु है मेरी जिंदुड़ीए मुखि हरि हरि नामु धिआवै राम ॥
नानक ते हरि दरि पैन्हाइआ मेरी जिंदुड़ीए जो गुरमुखि भगति मनु लावै राम ॥४॥४॥
हउ बलिहारी तिन्ह कउ मेरी जिंदुड़ीए जिन्ह हरि हरि नामु अधारो राम ॥
गुरि सतिगुरि नामु द्रिड़ाइआ मेरी जिंदुड़ीए बिखु भउजलु तारणहारो राम ॥
जिन इक मनि हरि धिआइआ मेरी जिंदुड़ीए तिन संत जना जैकारो राम ॥
नानक हरि जपि सुखु पाइआ मेरी जिंदुड़ीए सभि दूख निवारणहारो राम ॥१॥
सा रसना धनु धंनु है मेरी जिंदुड़ीए गुण गावै हरि प्रभ केरे राम ॥
ते स्रवन भले सोभनीक हहि मेरी जिंदुड़ीए हरि कीरतनु सुणहि हरि तेरे राम ॥
सो सीसु भला पवित्र पावनु है मेरी जिंदुड़ीए जो जाइ लगै गुर पैरे राम ॥
गुर विटहु नानकु वारिआ मेरी जिंदुड़ीए जिनि हरि हरि नामु चितेरे राम ॥२॥
ते नेत्र भले परवाणु हहि मेरी जिंदुड़ीए जो साधू सतिगुरु देखहि राम ॥
ते हसत पुनीत पवित्र हहि मेरी जिंदुड़ीए जो हरि जसु हरि हरि लेखहि राम ॥
तिसु जन के पग नित पूजीअहि मेरी जिंदुड़ीए जो मारगि धरम चलेसहि राम ॥
नानकु तिन विटहु वारिआ मेरी जिंदुड़ीए हरि सुणि हरि नामु मनेसहि राम ॥३॥
धरति पातालु आकासु है मेरी जिंदुड़ीए सभ हरि हरि नामु धिआवै राम ॥
पउणु पाणी बैसंतरो मेरी जिंदुड़ीए नित हरि हरि हरि जसु गावै राम ॥
वणु त्रिणु सभु आकारु है मेरी जिंदुड़ीए मुखि हरि हरि नामु धिआवै राम ॥
नानक ते हरि दरि पैन्हाइआ मेरी जिंदुड़ीए जो गुरमुखि भगति मनु लावै राम ॥४॥४॥
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